छत्तीसगढ़ के मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम का बेतुका बयान

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रायपुर। इन दिनों छत्तीसगढ़ के स्कूली शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम काफी चर्चा में हैं। दरसअल, मंत्री का एक वायरल हो रहा है, जिसमें वे शराब की उपयोगिता बता रहे हैं। टेकाम ने कहा कि मंदिर-मस्जिद झगड़ा कराते हैं और मधुशाला एक कराती है। लेकिन इसमें भी आत्मनियंत्रण होना चाहिए।

हम एक मीटिंग में गए थे, वहां एक व्यक्ति शराब के पक्ष में बोल रहा था, तो दूसरा उसका नुकसान गिना रहा था। हम भी कभी-कभी उसका उपयोग करते हैं, चुनाव-सुनाव में उपयोग करते हैं, बाकी जगहों में भी उपयोग करते हैं। दरअसल, टेकाम कल बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर में पुलिस विभाग द्वारा चलाए जा रहे नशा मुक्ति अभियान के समापन कार्यक्रम में बतौर अतिथि शामिल हुए थे।

सड़कें खराब इसलिए कम दुर्घटनाएं

टेकाम ने कहा कि सड़कें खराब हैं, इसलिए तो सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों में कमी आई है। अच्छी सड़कों में दुर्घटनाएं ज्यादा होती हैं और खराब सड़को में दुर्घटनाएं कम होती हैं। टेकाम का यह बयान सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। कार्यक्रम के दौरान जब स्कूली शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम से जर्जर हो चुकी अम्बिकापुर बनारस मार्ग को लेकर सवाल किए गए तो उन्होंने कहा कि सड़के खराब हैं, इसलिए तो सड़क दुर्घटनाओं के आंकड़ों में कमी आई है। अच्छी सड़कों में दुर्घटनाएं ज्यादा होती हैं और खराब सड़कों में दुर्घटनाएं कम होती हैं। अम्बिकापुर-बनारस सड़क ट्रकों की ओवरलोडिंग से जर्जर हो चुकी हैं।

आदिवासी समुदाय से आते हैं टेकाम

प्रेमसाय सिंह टेकाम स्कूली शिक्षा मंत्री के अलावाआदिम जाति, अनुसूचित जाति अल्पसंख्यक विकास मंत्री भी हैं। वह प्रतापपुर से विधायक हैं। प्रेमसाय सिंह टेकाम ने नशा मुक्ति अभियान के मंच से एक मीटिंग का जिक्र करते हुए मौके पर मौजूद लोगों को शराब यानि दारू की उपयोगिता बताई। यही नहीं मंत्री टेकाम के वायरल वीडियो में वे शराब पीने का तरीका बताते भी देखे गए। स्कूली शिक्षा मंत्री प्रेमसाय सिंह टेकाम आदिवासी समुदाय से आते हैं और प्रदेश में आदिवासियों को अपने घरों में तीन लीटर कच्चे शराब निर्माण की छूट है।

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