रायपुर. सुकमा जिले के तोंगपाल के स्वामी आत्मानंद इंग्लिश मीडियम उत्कृष्ट स्कूल की छात्रा अनीशा देव पिता आजाद देव निवासी नाकापारा तोंगपाल. का बोर्ड परीक्षा का प्रवेश पत्र स्कूल प्राचार्य के द्वारा सिर्फ इसलिए नहीं दिया जा रहा था कि उसकी उपस्थिति 75% से कम है. जबकि माध्यमिक शिक्षा मंडल ने उसकी परीक्षा संबंधी फार्म स्वीकार करके प्रवेश पत्र जारी कर दिया था, किसी की सलाह पर छात्र और उसके परिजनों ने सुकमा जिले के बाल संरक्षण इकाई 1098 टोल फ्री माध्यम से जिला बाल संरक्षण अधिकारी जितेंद्र सिंह के पास शिकायत की, जिस पर जिला बाल संरक्षण अधिकारी ने संबंधित स्कूल के प्रिंसिपल अजय दीक्षित से संपर्क किया. जिस पर प्रिंसिपल ने बाल संरक्षण अधिकारी के कार्यालय के नाम से पत्र क्रमांक 302 दिनांक 1 मार्च जारी किया ,और कहा कि आप लिखित में आदेश दें और माध्यमिक शिक्षा मंडल को अगर कोई आपत्ति होगी तो उसकी संपूर्ण जवाबदारी आपकी होगी. उक्त परिस्थितियों और प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए जितेंद्र सिंह ने राज्य बाल संरक्षण आयोग के सदस्य सोनल कुमार गुप्ता से तत्काल संपर्क किया और पत्र क्रमांक 373 दिनांक 1 मार्च, मार्गदर्शन निर्देश हेतु लिखा. राज्य बाल आयोग के सदस्य सोनल कुमार गुप्ता ने परिस्थितियों की नाजुक्ता और समय अभाव को देखते हुए क्योंकि दिनांक 2 मार्च से परीक्षा बोर्ड की प्रारंभ हो रही थी ,तत्काल सुकमा जिला के कलेक्टर से फोन पर संपर्क करके विषय को उनके संज्ञान में लाया और तत्काल उचित कदम उठाने का आग्रह किया. और साथ ही सुकमा के जिला शिक्षा अधिकारी नितिन डडसेना से बात कर प्रकरण पर नाराजगी व्यक्त की और बाल आयोग के द्वारा कड़ी कार्रवाई की.