बिना ड्राइवर के मालगाड़ी चलने के मामले में स्टेशन मास्टर सहित छह कर्मचारी निलंबित

0
6

चंडीगढ़ . जम्मू से पंजाब तक बिना ड्राइवर के मालगाड़ी चलने के मामले में रेलवे ने छह कर्मचारियों को निलंबित कर दिया. सोमवार को फिरोजपुर के डिविजनल रेलवे मैनेजर (डीआरएम) संजय साहू ने उच्चस्तरीय जांच के आदेश बाद यह कार्रवाई की. इनमें स्टेशन अधीक्षक, लोको पायलट, सहायक पायलट, प्वाइंट्समैन और दो टीआरआई शामिल हैं.

बता दें, रविवार को 53 वैगन वाली मालगाड़ी बिना चालक के कठुआ से चलकर 78 किलोमीटर की दूरी तय कर पंजाब के उच्ची बस्सी गांव तक पहुंची थी. इस दौरान ट्रेन की रफ्तार करीब 80 किलोमीटर प्रति घंटे रही थी.

प्रशासनिक जांच शुरू डीआरएम साहू ने कहा कि जांच से घटना का कारण पता चलेगा, लेकिन फिलहाल छह निलंबित कर्मचारियों के खिलाफ सोमवार से उच्चस्तरीय प्रशासनिक जांच शुरू हो गई. उन्होंने कहा कि मालगाड़ी के चलने के दौरान किसी के हताहत होने की कोई खबर नहीं है. घटना सुबह 7.25 से नौ बजे के बीच हुई थी. जम्मू से पंजाब के लिए चिप पत्थर लेकर जा रही मालगाड़ी लोको पायलट बदलने के लिए कठुआ में रुकी थी. कुछ मिनटों के बाद यह जम्मू-जालंधर ट्रैक पर ढलान पर सरकने लगी, जबकि नए पायलट और सह-पायलट अभी तक ट्रेन में नहीं थे. ऊंची बस्सी में रेलवे ने रेत की बोरियों से रोका था.

लकड़ी के गुटके नहीं लगे डीआरएम ने कहा कि जब ट्रेन स्टेशन पर रुकती है तो उसे आगे बढ़ने से रोकने के लिए उसके पहियों के नीचे लकड़ी की कीलें लगा दी जाती हैं. स्टाफ ट्रेन को गुटके से रोकने का प्रयास करता पर ढलान होने से ट्रेन ने रफ्तार पकड़ ली.