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तस्वीरों में देखिए सीएम हाउस का तीजा-पोरा तिहार

सीएम भूपेश ने भगवान शिव की पूजा-अर्चना कर सीएम हाउस में तीजा-पोरा पर्व की शुरुआत की

रायपुर। छत्तीसगढ़ में तीन दिन चलने वाले तीजा-पोरा तिहार की शुरू हो गई है। इसकी शुरुआत सीएम हाउस में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उनकी पत्नी मुक्तेश्वरी बघेल ने महादेव शिव की पूजा-अर्चना से की। आयोजन में शामिल होने महिला जनप्रतिनिधि और प्रदेश भर से अनेक महिलाएं पहुंची हुई हैं। दिल्ली से कांग्रेस की नेत्रियां अलका लांबा और रागिनी नायक भी तीज मनाने मुख्यमंत्री निवास पहुंची हुई हैं।

सीएमओ ने ट्वीट किया ये वीडियो

पोला व तीज पर्व के लिए मुख्यमंत्री निवास में विशेष तैयारियां की गई हैं। मुख्यमंत्री निवास में पहले पोला की परंपरा निभाई गई। इस मौके पर नंदी बैल की पूजा की गई। इसी के साथ ही यहां पर तीजा महोत्सव भी शुरू हो गया। तीजा महोत्सव के लिए प्रदेश के विभिन्न स्थानों से तीजहारिनों को खास निमंत्रण भेजकर बुलाया गया है। यहां करूभात की भी व्यवस्था है।

फुगड़ी-कबड्डी और जलेबी दौड़ का उत्साह


तीजा-पोरा तिहार के मंडप में महिलाओं के बीच फुगड़ी जैसी प्रतियोगिताएं भी हुईं। इसमें महिलाओं के कई समूहों ने हिस्सा लिया। चम्मच दौड़, जलेबी दौड़, बोरा दौड़ की प्रतियोगिताओं ने प्रतिभागियों के साथ दर्शकों को भी खूब हंसाया।
साज सज्जा में छत्तीसगढ़ी संस्कृति की झलक

तिहार में सजा सीएम हाउस का परिसर

तीजा-पोरा तिहार के लिए पूरे मुख्यमंत्री निवास की पारम्परिक रूप में भव्य सजावट की गई है। मुख्य मंडप में प्रवेश के तीन द्वार बनाए गए हैं। मुख्य द्वार को पोरा पर्व के प्रतीक पारंपरिक नांदिया बैला से सजाया गया है। मुख्य द्वार के सामने पारम्परिक झूले- रईचुल, बैलगाड़ी, बस्तर जनजातीय आर्ट और छत्तीसगढ़ी जन-जीवन से जुड़े चित्रों का प्रदर्शन किया गया है। मध्य द्वार को पोरा पर्व से जुड़े पारम्परिक बर्तनों से बनाया गया है। मध्य और तीसरे द्वार के बीच की गैलरी को रंग-बिरंगे मटकों और रंगीन टोकनी के द्वारा आकर्षक कलेवर दिया गया है।

निर्जला उपवास का पर्व है तीजा

छत्तीसगढ़ में तीजा (हरतालिका तीज) की विशिष्ट परम्परा है। तीजहारिन महिलाएं तीजा मनाने ससुराल से मायके आती हैं। तीजा मनाने के लिए बेटियों को पिता या भाई ससुराल से लिवाकर आते हैं। छत्तीसगढ़ में तीजा पर्व की इतना अधिक महत्व है कि बुजुर्ग महिलाएं भी इस खास मौके पर मायके आने के लिए उत्सुक रहती हैं। महिलाएं पति की दीर्घायु के लिए तीजा पर्व के एक दिन पहले करू भात ग्रहण कर निर्जला व्रत रखती हैं।

 

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