रायपुर में नई व्यवस्था: अब वर्किंग वूमन हॉस्टल में योग दफ्तर, हर बैच में 100 लोगों को देंगे निशुल्क ट्रेनिंग
इसमें मोटापा, बीपी और ब्लड प्रेशर के मरीजों को भी रखा जाएगा, अगस्त में शुरू होगा कामकाज

रायपुर। Yoga Office at Working Women’s Hostel… वर्किंग वूमन हॉस्टल में योग दफ्तर। राजधानी रायपुर में नई व्यवस्था बनाई जा रही है। इससे सेहत के हिसाब से बनाया जा रहा है। जानकारी के अनुसार वर्किंग वूमन हॉस्टल में योग आयोग का दफ्तर खोलने की तैयारी शुरू हो गई है। इसके लिए एमआईसी में प्रस्ताव पास होने के बाद अब इसे सामान्य सभा से पारित कराया जाएगा। इसके बाद हॉस्टल योग आयोग को हैंडओवर कर दिया जाएगा।
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आयोग ने नई बिल्डिंग का उपयोग करने के लिए व्यापक योजना बनाई है। दफ्तर के कमरों का उपयोग लोगों को योग प्रशिक्षण देने में होगा। हर बैच में 100 लोगों को निशुल्क ट्रेनिंग दी जाएगी, ताकि वे योग शिक्षक बनने के साथ ही उसे रोजगार के रूप में अपना सकें। रायपुर के अलावा बाहर से आने वाले लोगों को यह सुविधा भी दी जाएगी कि वे यहीं रहकर यानी आवासीय विद्यालय के रूप में योग का प्रशिक्षण प्राप्त कर सकें। हॉस्टल में रहने और खाने की व्यवस्था योग आयोग की ओर से की जाएगी।
जानकारी के अनुसार अगले महीने अगस्त तक आयोग का कामकाज पूरी तरह शुरू हो जाएगा। योग के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए नई योजनाएं तैयार की गई हैं। निशुल्क ट्रेनिंग के साथ ऐसे लोगों को भी रखा जाएगा जो बीपी, डाइबिटीज या मोटापे से परेशान हैं। डॉक्टरों और योग विशेषज्ञों की देखरेख में उनकी व्यवस्थित दिनचर्या तैयार की जाएगी। ऐसे लोगों को 10 दिन से 1 महीने तक रखा जाएगा।
लोगों के लिए आवासीय ट्रेनिंग की व्यवस्था रहेगी
विशेषज्ञों की कोशिश रहेगी की उनकी बीमारी पूरी तरह से खत्म हो या फिर कंट्रोल हो। ताकि वे स्वस्थ्य जीवन जी सकें। बिल्डिंग हैंडओवर होने के साथ ही सभी योजनाओं की जानकारी आम लोगों तक पहुंचा दी जाएगी। ताकि ज्यादा से ज्यादा लोग इसका फायदा उठा सकें। छत्तीसगढ़ योग आयोग अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा के अनुसार योग ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे, इसलिए निशुल्क ट्रेनिंग की व्यवस्था की जा रही है। जो लोग वहीं रहकर योग सीखना चाहेंगे, ऐसे लोगों के लिए आवासीय ट्रेनिंग की व्यवस्था रहेगी।