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66 दिन से चल रही मनरेगा कर्मचारियों की हड़ताल स्थगित, इस मांगों पर मिला आश्वासन

दो सूत्रीय मांगों को लेकर आंदोलन पर थे मनरेगा कर्मचारी

MNREGA Workers’ Strike Postponed (Raipur) छत्तीसगढ़ से इस वक्त बड़ी खबर मिल रही है। पिछले 66 दिनों से चल रही मनरेगा कर्मचारियों ने अपनी हड़ताल स्थगित कर दी है। आज सरकार से मिले आश्वासन के बाद कर्मचारियों ने तीन महीने के लिए आंदोलन को स्थगित कर दिया है। बता दें कि अपनी दो सूत्रीय मांगों को लेकर मनरेगा कर्मचारी आंदोलन पर थे। इस दौरान लगातार विरोध-प्रदर्शन कर अपनी मांगों को सरकार तक पहुंचाया।

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जानकारी के अनुसार आज सुबह आबकारी मंत्री कवासी लखमा मनरेगा कर्मी के पास धरना स्थल पहुंचे और उन्होंने तीन माह के समय अवधि में मांग पूरी करने का आश्वासन दिया है। इसके अलावा बर्खास्त किए गए 21 सहायक परियोजना अधिकारी की भी बहाली का आश्वासन दिया गया है।

ये प्रमुख मांगे: कर्मचारियों की दो सूत्रीय मांग है। सभी मनरेगा कर्मियों का नियमितीकरण किया जाए और नियमितीकरण की प्रक्रिया पूर्ण होने तक ग्राम रोजगार सहायकों का वेतनमान निर्धारण करते हुए समस्त मनरेगा कर्मियों पर सिविल सेवा नियम 1966 के साथ पंचायत कर्मी नियमावली लागू करने की है।

बता दें कि 21 सहायक परियोजना अधिकारी की सेवा समाप्ति के आदेश के बाद संघ के 12000 से अधिक कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा दे दिया था। इसके बाद राजधानी रायपुर में वादा निभाओ रैली के माध्यम से बड़ा प्रदर्शन किया था, जिससे विभाग में हड़कंप मच गया था। अब प्रशासन की ओर से मिले आश्वासन के बाद तीन महीने के लिए हड़ताल स्थगित कर दी गई है।

मांग पूरी नहीं हुई तो फिर करेंगे आंदोलन

महासंघ के प्रवक्ता सूरज सिंह ठाकुर ने कहा कि मंत्री के आश्वासन के बाद हड़ताल स्थगित की गई है। आश्वासन के आधार पर फिलहाल हड़ताल को स्थगित कर रहे हैं। जॉब सिक्यॉरिटी और पंचायत नियमावली वाली ग्रेड पे की मांग पूरी करने का आश्वासन दिया गया है। निर्धारित समय में अगर मांग पूरी नहीं होती है, तो फिर से हम आंदोलन करेंगे।

 

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