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दुख में भी सुख ढूंढेः जया किशोरी

रायपुर के इनडोर स्टेडियम में कथावाचिका ने दिया संदेश

रायपुर। Find happiness even in sorrow: Jaya Kishori. कथावाचिका और मोटिवेशनल स्पीकर जया किशोरी छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर पहुंची। इंडोर स्टेडियम में करीब दो घंटे विलंब से शुरू हुए कार्यक्रम कें हजारों लोग पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि ऐसा कोई व्यक्ति नहीं है, जिसके जीवन में समस्याएं न हों। राजा से लेकर रंक तक के जीवन में समस्याएं आती हैं। उन समस्याओं से घबराकर हार नहीं माननी चाहिए।

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जया किशोरी ने कहा कि धैर्यपूर्वक समस्याओं का सामना करते हुए आगे बढ़ने का प्रयास करने से ही सफलता मिलती है। भगवान पर विश्वास रखें और जो कुछ मिला है, उसके लिए ऊपर वाले का आभार मानें। भगवान के प्रति समर्पित हो जाएं। ज्ञानियों के साथ रहने से ज्ञान, संतों व भक्तों के साथ रहने से भक्ति मिलती है।

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जया किशोरी ने कहा किदुख में भी सुखी होने का अनुभव करो तो समझ लो जीवन में भक्ति मिल गई। यह मानकर चलो कि जो कुछ भी हो रहा है, ऊपर वाले की इच्छा से हो रहा है। जो भगवान पर विश्वास करता है, वह कभी निराश नहीं होता। जब हमारा काम समाप्त होता है, तब ऊपर वाले का आरंभ होता है। छोटी-छोटी समस्याएं इसलिए आती हैं, ताकि हम बड़ी समस्याओं से निपट सकें। घबराएं नहीं, सामना करें।

इससे पहले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल और उद्योग मंत्री कवासी लखमा पहले पहुंचे और बाद में कथावाचिका मंच पर पहुंचीं। जया किशोरी ने लड्डू गोपाल की पूजा की और मुख्यमंत्री ने दीप प्रज्वलित किया। इसके बाद कथा प्रारंभ हुई। कथा सुनने के लिए पहुंचे मुख्यमंत्री का कथावाचिका ने आभार माना।

अकबर-बीरबल का किस्सा भी सुनाया

अकबर-बीरबल का किस्सा बताते हुए उन्होंने कहा कि अकबर का अंगूठा कट गया। बीरबल ने कहा, जो होता है, अच्छे के लिए होता है। अकबर नाराज हो गया और बीरबल को फांसी की सजा देने का आदेश दे दिया। इसके बाद बादशाह शिकार पर जंगल चला गया। उसे जंगल के रहवासियों ने पकड़ा और बलि देने ले जाने लगे। बलि देते समय देखा कि उसका अंगूठा कटा हुआ है तो अपशकुन मानकर उसे छोड़ दिया।

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