राहुल गांधी को सजा मामले में सीएम भूपेश बोले-यह न्यायपालिका को प्रभावित करने की कोशिश
मानहानि मामले में सूरत की अदालत ने राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए सुनाई 2 साल की सजा

RAIPUR.. CM Bhupesh said in the case of Rahul Gandhi’s conviction – this is an attempt to influence the judiciary. मानहानि मामले में सूरत की एक अदालत ने राहुल गांधी को दोषी करार देते हुए 2 साल की सजा सुनाई है। हालांकि इस मामले में कोर्ट से राहुल गांधी को तुरंत जमानत भी मिल गई। इसके बाद राजनीतिक बयानबाजी भी तेज हो गई है। छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री समेत कई कांग्रेस नेताओं ने केंद्र पर निशाना साधा। सीएम भूपेश ने कहा कि यह मीडिया को भी दबाने की कोशिश है। न्यायपालिका को प्रभावित करने की कोशिश है और राजनीतिक दल के लोगों पर इसी स्तर पर जाकर वो कार्रवाई कर रहे हैं। वहीं पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने कहा कि देश में कानून से बढ़कर कोई नहीं है। कोर्ट के इस फैसले से राहुल गांधी को सबक लेना चाहिए। कांग्रेस अपना अस्तित्व बचाने में लगी हुई है।
सीएम भूपेश ने सोशल मीडिया पर राहुल गांधी की एक तस्वीर के साथ एक पोस्ट भी शेयर किया है। इसमें लिखा है-
कहां आसान होता है ‘न्याय’ के लिए लड़ना… हमारे पौराणिक ग्रंथ अन्याय पर न्याय की जीत का संदेश हैं, वही जीवनमार्ग है। देश की आज़ादी का संघर्ष भी उसी जीवनमार्ग से गुजरा है। आदरणीय @RahulGandhi जी का जीवनमार्ग भी वही है। तानाशाह सामने हैं तो क्या? जो वंचित हैं वे सब तो साथ हैं।
वहीं, कांग्रेस ने सोशल मीडिया पर ट्रवीट कर लिखा है कि राहुल गांधी जी तानाशाह के खिलाफ आवाज़ बुलंद कर रहे हैं। गलत को गलत कहने का साहस दिखा रहे हैं। इस साहस से तानाशाह घबराया हुआ है। कभी ED, कभी पुलिस, कभी केस, कभी सजा से डराने में जुटा है। राहुल गांधी जी इस मामले में न्यायसंगत अपील दायर करेंगे। हम लड़ेंगे और जीतेंगे।
Breaking: रमन सिंह मांफी मांगे नहीं तो मानहानि का दावा करूंगाः सीएम भूपेश
सजा के बाद राहुल ने लिखा-सत्य मेरा भगवान है
सजा मिलने के बाद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया कहा कि मेरा धर्म सत्य और अहिंसा पर आधारित है। सत्य मेरा भगवान है, अहिंसा उसे पाने का साधन- महात्मा गांधी। वहीं कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि हमें यह सब पता था क्योंकि ये लोग लगातार जजों को बदल रहे थे…. जनता को सच बताना हमारा काम है. ये डिक्टेटर सरकार है, जो लोकतंत्र और संविधान को नहीं मानती है।